Friday, May 09, 2025

कुछ बूंदों की प्यास

नदी के तोड़े हुए बांध से बह कर आए मलबे में एक पेंटिंग मिली
दो लोगों की कुछ छोटे वीडियो बना कर कुछ बूंदों  को नदी दिखाते
मासूम , खुश चहकते हुए इस बात से अंजान की दूर एक बांध है
जिसके खुलते ही वह जाएंगे सपने, हंसी और खुशियां ,रह जाएगी
कभी न खत्म होने वाली रेगिस्तान की प्यास लील जाते सावन को ।

In remembrance of a long gone friend who passed away in 2006 july.

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