क्यों सांस है सीने में
आवाज़ बोहोत पर सुर खाली
क्यों सांस है सीने में ।
सालों के उजले सपने
सपनें अपनें पर मैं खाली
क्यों सांस है सीने में।
हास उपहास और भागदौड़
संजोग बहोत पर घर खाली
क्यों सांस है सीने में ।
कृति - सुबोध
आवाज़ बोहोत पर सुर खाली
क्यों सांस है सीने में ।
सालों के उजले सपने
सपनें अपनें पर मैं खाली
क्यों सांस है सीने में।
हास उपहास और भागदौड़
संजोग बहोत पर घर खाली
क्यों सांस है सीने में ।
कृति - सुबोध
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